MANAV DHARM

MANAV  DHARM

Friday, May 27, 2011

शब्द ही धरती..शब्द ही आकाश..शब्द ही शब्द भयो प्रकाश..!

WORD is Earth..WORD is Sky. WORD  and  WORD  is  Light...WORD is the Creation..WORD is the Inhale and Exhale of a human being..!..So..just think for a while..why you are expoiling your life..? Ye know then..it is thy real-might..!
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शब्द ही धरती..शब्द ही आकाश..शब्द ही शब्द भयो प्रकाश..!
शगली सृष्टि शब्द के पाछे..नानक शबद गटागट आछे..!
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अजपा नाम गायत्री..योगिनाम मोक्ष दायिनी..!
यस्य संकल्प मात्रेण सर्व प्रापये प्रमोच्याते....!!
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शबद बिना सूरत अँधेरी..कहो कहाँ को जाए..?
दवार न पावे शबद का फिर-फिर भटका खाए...!!
....सब कुछ परमात्मा के पावन नाम (शबद) में ही समाया हुआ है..!
जो इस नाम को जानता है..वह सर्वज्ञ है..जो इसको नहीं जानता..वह अग्यानान्धाकर में पडा है..!
यह नाम वाणी का विषय नहीं..यह सिर्फ और सिर्फ अनुभूति का विषय है..!
यह ह्रदय में खुद-बी-खुद प्रकट होता है और तुरीय-चेतना इसका अनुभव और श्रवण करती है..!
*** हे मानव ..! उठो..जागो और इस नाम को जानो..!

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