जय--जय हे जग--जननी माता...!
द्वार तिहारे जो भी आता..बिन मागे सब कुछ पा जाता...!
तू चाहे तो जीवन दे--दे..चाहे तो पल में जीअवं ले--ले..??
जनम--मरण सब हाथ में तेरे..तू शक्ति है माता..!!..जय--जय हे जग--जननी माता...!
जब--हब जिसने तुझको पुकारा..तुने दिया माँ बन के सहारा..!
और भूले राही को तेरा प्यार ही राह दिखता...! जय--जय हे जग--जननी माता...!
भक्त तुम्हारे जग से न्यारे..चरण--कमल राज निश--दिन धारे..!
त्रुभुवन विदित तुम्हारी महिमा..माँ भक्ति वर--डाटा...! जय--जय हे जग--जननी माता.....!!
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