संतोष की महिमा.....!!
"भूले--मन समझ के लाद लदनिया..!
थोड़ा लाद अधिक मत लादे..टूट जाए तेरी गर्दनिया..!!....भूले मन....
प्यासा हो तो पानी पी ले....आगे घाट ना पनिया...!!
भूखा हो तो भोजन पा ले आगे हाट ना बनिया..!!..भूले मन...
कहे कबीर सुनो भाई साधो..काल के हाथ कामनिया......भूले मन...."
"भूले--मन समझ के लाद लदनिया..!
थोड़ा लाद अधिक मत लादे..टूट जाए तेरी गर्दनिया..!!....भूले मन....
प्यासा हो तो पानी पी ले....आगे घाट ना पनिया...!!
भूखा हो तो भोजन पा ले आगे हाट ना बनिया..!!..भूले मन...
कहे कबीर सुनो भाई साधो..काल के हाथ कामनिया......भूले मन...."
जिन ढूंढा तिन पाईया..गहरे पानी पैठि..!
ReplyDeleteमै बपुरा बुडन डरा.. राहा किनारे बैठि..!!