MANAV DHARM

MANAV  DHARM

Sunday, December 19, 2010

Bhajan Ganga....!

संतोष  की  महिमा.....!!
"भूले--मन  समझ  के  लाद  लदनिया..!
थोड़ा  लाद  अधिक  मत   लादे..टूट  जाए  तेरी  गर्दनिया..!!....भूले  मन....
प्यासा  हो  तो  पानी  पी  ले....आगे  घाट  ना  पनिया...!!
भूखा  हो  तो  भोजन  पा  ले   आगे  हाट  ना  बनिया..!!..भूले  मन...
कहे  कबीर  सुनो  भाई  साधो..काल  के  हाथ  कामनिया......भूले  मन...."

1 comment:

  1. जिन ढूंढा तिन पाईया..गहरे पानी पैठि..!
    मै बपुरा बुडन डरा.. राहा किनारे बैठि..!!

    ReplyDelete