मै कहता हू आँखों देखी..तू कहता है कागद लेखी..?
मै कहता हू जागत रहियो..तू जाता है सोई रे..?
मेरा--तेरा मानुआ कैसे एक होई रे ??
मै कहता हू निर्मोही रहियो..तू हो जाता मोही रे ??
मेरा--तेरा मानुआ कैसे एक होई रे.....????
मै कहता हू जागत रहियो..तू जाता है सोई रे..?
मेरा--तेरा मानुआ कैसे एक होई रे ??
मै कहता हू निर्मोही रहियो..तू हो जाता मोही रे ??
मेरा--तेरा मानुआ कैसे एक होई रे.....????
aadhyaatmik jagaran hi vastawik dhyey hona chahiye..!
ReplyDeleteJab hum apni chetana me jaag jaate hai ..to hamako sab kuchh saaf--saaf najar aane lagata hai..!