"आग लगी आकाश में झड--झड गिरे अंगार..!
संत न होते जगत में तो जल मरता संसार..!!"
..विज्ञान परमाणु बम बना कर विध्वंस का रास्ता दिखा राहा है..लेकिन इन्सां को बचाने का रास्ता बताना तो महान--पुरुषो का कार्य है..!
महान-पुरुष ही मानव के ह्रदय -रूपी प्रयोग शाळा में शांति का बम तैयार करने का फार्मूला बताते है..! सब कुछ पा लिया मानव ने..लेकिन चिर--शांति..स्नातुष्टि को भी पाना उसके जिवें का ध्येय होना चाहिए..!
यह बाहर नहीं मिल सकती..यह तो घट के ही भीतर है..!
" घट भीतर उजियारा साधो..घट भीतर उजियारा रे..!
पास बसे अरु नजर ना आवे..ढूढ़त फिरत गवारा रे......!!!!
संत न होते जगत में तो जल मरता संसार..!!"
..विज्ञान परमाणु बम बना कर विध्वंस का रास्ता दिखा राहा है..लेकिन इन्सां को बचाने का रास्ता बताना तो महान--पुरुषो का कार्य है..!
महान-पुरुष ही मानव के ह्रदय -रूपी प्रयोग शाळा में शांति का बम तैयार करने का फार्मूला बताते है..! सब कुछ पा लिया मानव ने..लेकिन चिर--शांति..स्नातुष्टि को भी पाना उसके जिवें का ध्येय होना चाहिए..!
यह बाहर नहीं मिल सकती..यह तो घट के ही भीतर है..!
" घट भीतर उजियारा साधो..घट भीतर उजियारा रे..!
पास बसे अरु नजर ना आवे..ढूढ़त फिरत गवारा रे......!!!!
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