MANAV DHARM

MANAV  DHARM

Tuesday, February 15, 2011

Bhajan--Ganga...!

जागो दुनियाँ वालो और जानो सत्य नाम ,
बिना नाम जाने न होगा कल्याण ||

आयाथा दुनियाँ मे नाम जपने को ,
जपने लगा है झुठी माया ठगनी को |
ठगनी ने तुम को बनाया गुलाम ||बिना नाम .........

रामायाण गीता कि है सत्य वाणी ,
बिना नाम सुमिरण न तरसकता प्राणी |
नाम मे समाया है सारा बर्हमान्ड ||बिना नाम .............

आदी नाम न जाने अभिमानी प्राणी ,
आदी नाम जानी बनी मिरा दिवानी |
सुर ,तुल्सी ,कबिरा और जाने हनुमान ||बिना नाम .....


राम नाम सब के हि घट् मे हि समाया ,
लगा ढोंग बाजी मे प्रभु को भुलाया |
ढुडें न हिर्दय मे ढुडें सारा जाहाना ||बिना नाम ........

आये जगाने हमे त्रेता के राम जि ,
द्वापर के श्री कृष्ण मोहन घनस्याम जि |
श्री सद गुरु जि का एही है एलान् ||

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