सत्य--सार
चार राम है जगत में तीन राम व्यवहार..!
एक राम सत्य--सार है उसका करो विचार..!!
प्रथमो शालिग्राम..दूजो पारस राम..तीजो राजाराम..!
चतुर्थो आतमराम....आतमराम...!!
..तो सबकी आत्मा में रमण करने वाला जो प्रभु का नाम है..वही सत्य--सार है..और उसी का हमें चिंतन --सुमिरन करना चाहिए..!!
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